मशहूर कवि कुमार विश्वास ने अपने पैतृक गांव पिलखुआ में एक अनोखा घर बनवाया है, जिसका नाम उन्होंने 'केवी कुटीर' रखा है। इस घर की खासियत यह है कि इसे बनाने में सीमेंट, रोड़ी या बजरी जैसी आधुनिक निर्माण सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसके बजाय, कुमार विश्वास ने पारंपरिक 'वैदिक प्लास्टर' का उपयोग किया है, जो पीली मिट्टी, गोबर, चूना, बालू, और कुछ खास पेड़ों (जैसे आंवला, शीशम आदि) के अवशेषों से तैयार किया जाता है।
यह वैदिक प्लास्टर न केवल पर्यावरण के अनुकूल और एंटी-बैक्टीरियल है, बल्कि यह तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसका नतीजा यह है कि भीषण गर्मी के दिनों में भी उनका घर ठंडा और आरामदायक रहता है, बिना किसी एयर कंडीशनर के। कुमार विश्वास ने इस घर को अपनी जड़ों से जुड़ाव और प्राचीन भारतीय वास्तुकला को पुनर्जनन देने के उद्देश्य से बनवाया है। वे अक्सर सोशल मीडिया पर अपने इस खास घर की तस्वीरें और जानकारी साझा करते हैं, जो उनके प्रशंसकों के बीच काफी चर्चा का विषय रहता है।