तेल बेचने वालों ने माना, जानवरों के साथ क्रूरता हो रही, पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट
हाल ही में तमिलनाडु से जुड़ी एक ग्राउंड रिपोर्ट से संबंधित है, जो ऑनलाइन और सोशल मीडिया पर चर्चा में है। इस रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु में खरगोश के खून से हेयर ऑयल बनाया जा रहा है, जो स्थानीय दुकानों के साथ-साथ ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर भी बिक रहा है। यह मामला तब सामने आया जब 5 फरवरी 2025 को तीन दुकानों पर छापेमारी की गई। इस दौरान यह खुलासा हुआ कि इस तेल के उत्पादन में खरगोशों के साथ क्रूरता की जा रही है, जिसे कुछ विक्रेताओं ने भी स्वीकार किया।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस तरह का तेल बालों के लिए फायदेमंद होने के नाम पर बेचा जा रहा है, लेकिन इसके पीछे जानवरों के शोषण का गंभीर मुद्दा सामने आया है। भारत में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत खरगोशों को मारना गैरकानूनी है, और ऐसा करने पर 5 साल तक की सजा का प्रावधान है। इस खबर ने लोगों में आक्रोश पैदा किया है, और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे फर्जीवाड़े का एक और उदाहरण बताया है, खासकर "आदिवासी हेयर ऑयल" जैसे अन्य विवादास्पद उत्पादों के संदर्भ में।
हालांकि, यह जानकारी मुख्य रूप से समाचार रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स पर आधारित है। इसकी पूरी सत्यता की पुष्टि के लिए आधिकारिक जांच और ठोस सबूतों की जरूरत है।