एम्मा मर्स्क एक कंटेनर जहाज है जिसे 2006 में डेनमार्क की शिपिंग कंपनी मर्स्क लाइन के लिए बनाया गया था। यह दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में से एक है और इसका नाम कंपनी के संस्थापक की दिवंगत पत्नी मैर्स्क मैक-किन्नी मोलर के नाम पर रखा गया है।
एम्मा मर्स्क की लंबाई 397 मीटर (1,302 फीट) और चौड़ाई 56 मीटर (184 फीट) है। इसकी अधिकतम क्षमता 15,500 टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट) है, यानी यह लगभग 15,500 मानक कंटेनरों को ले जा सकती है। यह जहाज वर्ट्सिला-सुल्ज़र RTA96-C इंजन से चलता है, जो दुनिया के सबसे बड़े और शक्तिशाली इंजनों में से एक है। इसकी कुल ताकत 1,09,000 हॉर्सपावर है, जिससे यह 25 नॉट्स (लगभग 46 किलोमीटर प्रति घंटा) की शीर्ष गति तक पहुँच सकता है।
एम्मा मर्स्क अपनी ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों के लिए जाना जाता है। इसमें ईंधन की खपत और प्रदूषण को कम करने के लिए उन्नत तकनीकें लगी हैं, जैसे वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम और डबल हल डिज़ाइन।
यह जहाज एशिया-यूरोप व्यापार मार्ग पर कार्य करता है, और चीन तथा उत्तरी यूरोप के बंदरगाहों के बीच वस्तुओं का परिवहन करता है। यह वैश्विक व्यापार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह महाद्वीपों के बीच सामानों की आवाजाही को संभव बनाता है।