बिहार के इस गांव में कीचड़ ही रास्ता
बिहार के भोजपुर जिले में एक ऐसा गांव है जिसकी आबादी करीब 4000 है, लेकिन आज तक वहां सड़क नहीं बनी। यह मामला सुर्खियों में तब आया जब स्थानीय लोगों ने अपनी इस समस्या को जोर-शोर से उठाया। गांव के निवासियों का कहना है कि सड़क के अभाव में उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच, बच्चों की शिक्षा और बाजार तक सामान ले जाना। खासकर बारिश के मौसम में हालात और बदतर हो जाते हैं, जब कीचड़ और पानी के कारण आवागमन लगभग असंभव हो जाता है।
स्थानीय विधायक का कहना है कि उन्होंने गांव की सड़क के लिए सर्वे करवाया और प्रस्तावित सड़क की मापी कराकर सरकार को लिस्ट भेज दी है। उनका दावा है कि अब यह सरकार पर निर्भर करता है कि वह कब इस दिशा में कदम उठाती है। विधायक के बयान से यह संकेत मिलता है कि प्रक्रिया शुरू तो हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
यह स्थिति बिहार के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी ढांचे की कमी को उजागर करती है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिसके तहत छोटी आबादी वाले गांवों को सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। फिर भी, इस गांव जैसे कई क्षेत्र अभी भी उपेक्षित हैं। लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ, तो वे आगामी चुनावों में इसका जवाब दे सकते हैं। यह घटना सरकार के लिए एक चेतावनी भी है कि ग्रामीण विकास के वादों को अमल में लाने की जरूरत है।