मुंबई से लगभग दो घंटे की दूरी पर वासुंडे गाँव में, 100 साल पुराने बरगद के पेड़ के नीचे बना एक इको-फ्रेंडली होमस्टे- Banyan Bliss. इसे बनाने के लिए 69 वर्षीय विनोद नायर ने अपनी पत्नी बीना नायर के साथ 15 साल पहले मुंबई का जीवन और नौकरी छोड़ दी थी।
यहाँ आप सुकून से अपनी चाय की चुस्की लेते हुए, आस-पास के हरे-भरे नज़ारे देख सकते हैं। एक पल के लिए तो यह मानना मुश्किल होता है कि यह जगह भागती-दौड़ती किसी महानगरी के पास बसी है।
कम से कम सीमेंट के इस्तेमाल से बने इस होमस्टे में आपको एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल का अनुभव मिलता है। गाँव वालों की तरह यहाँ छुट्टी पर आते मेहमान भी रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने का आनंद लेते हैं।
खोपोली में एक पहाड़ी पर 100 साल पुराने बरगद के पेड़ के इर्द-गिर्द बना विनोद और बीना का घर, आज शहरी लोगों को प्रकृति से मिलाने का काम कर रहा है।
वे कहते हैं, “15 साल पहले इस जगह पर बिज़नेस शुरू करने का हमारा कोई इरादा नहीं था। लेकिन जिस तरह से जंगल कट रहे हैं और लोग प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं; ऐसे में एक समय ऐसा भी आ सकता है जब बच्चों को पेड़-पौधे देखने के लिए म्यूज़ियम जाना पड़े। शहरी बच्चों को प्रकृति की खूबसूरती का पता चले, इसी उद्देश्य से हमने अपने घर को एक होमस्टे में बदलने का फैसला किया।”
यहाँ आने वाले लोगों को मिट्टी के कमरों में बिना AC के एक संतुलित माहौल में रहने का आनंद मिलता है; जो ठण्ड में अंदर से गर्म और गर्मी में ठंडे रहते हैं।
करीब 70 की उम्र में भी विनोद और बीना अपने इस होमस्टे में मेहमानों का स्वागत बड़ी अच्छी तरह से कर रहे हैं। वहीं खुद भी एक सस्टेनेबल और मिनिमल जीवन जीकर कई लोगों के लिए प्रेरणा बने हैं। आप Banyal Bliss के बारे में और ज़्यादा जानने या यहां ठहरने के लिए 9820030717 पर संपर्क कर सकते हैं।